आरती संग्रह ॐ जय श्री ओम बन्ना आरती लिरिक्स
गायक – प्रकाश माली जी।
ॐ जय श्री ओम बन्ना,
ॐ जय श्री ओंम बन्ना,
आरती री वेला पधारो,
आरती री वेला पधारो,
भक्त उडिके बाटा,
ॐ जय श्री ओंम बन्ना।।
पातावत राठौडी कुल में,
आप लिया जामा,
ओ बन्ना आप लिया जामा,
होया भोमिया जुग मे,
होया भोमिया जुग मे,
धिन राठौडी राजा,
ॐ जय श्री ओंम बन्ना।।
बुलट सवारी सोवे,
पूरे सब काजा,
ओ बन्ना पूरे सब काजा,
ओम बन्ना ने सिवरे,
ओम बन्ना ने सिवरे,
काटे दुख त्रासा,
ॐ जय श्री ओंम बन्ना।।
दर्श दिया दादी ने,
मूरत थरपाया,
ओ बन्ना मूरत थरपाया,
जोधाणे पाली बीच,
जोधाणे पाली बीच,
परचा सरसाया,
ॐ जय श्री ओंम बन्ना।।
शंख नगाडा और शहनाई,
झालर झनकाया,
ओ बन्ना झालर झनकाया,
धूप दीप री आरती,
धूप दीप री आरती,
जगमग चमकाया,
ॐ जय श्री ओंम बन्ना।।
पान सुपारी थाल सजाकर,
हाथा मे लाया,
ओ बन्ना हाथा मे लाया,
मीठा भोग लगावा,
मीठा भोग लगावा,
दीजो सुख साता,
ॐ जय श्री ओंम बन्ना।।
जति सती सिद्ध सुरा,
भैरव घमकाता,
ओ बन्ना भैरव घमकाता,
कोटि देवो संग आवो,
कोटि देवो संग आवो,
नागणेची माता,
ॐ जय श्री ओंम बन्ना।।
ज्योति जगे चोटिला,
नित दर्शन पावा,
ओ बन्ना नित दर्शन पावा,
माली छंवर कहे आरती,
माली छंवर कहे आरती,
हिलमिल मै गावा,
ॐ जय श्री ओंम बन्ना।।
ॐ जय श्री ओम बन्ना,
ॐ जय श्री ओंम बन्ना,
आरती री वेला पधारो,
आरती री वेला पधारो,
भक्त उडिके बाटा,
ॐ जय श्री ओंम बन्ना।।
- जय जय जनक सुनन्दिनी हरि वन्दिनी हे आरती लिरिक्स
- महिषासुरमर्दिनी स्तोत्रम अयि गिरिनन्दिनि हिंदी लिरिक्स
- सिया रघुवर जी की आरती शुभ आरती कीजे लिरिक्स
- रिमझिम उतारू थारी आरती रामदेवजी आरती लिरिक्स
- आरती युगलकिशोर की कीजे तन मन भी न्योछावर कीजे