सुनो श्याम सुन्दर तेरी कृपा है,
जो भी माँगा तुमने दिया है।।
मैं दुखियारी दर तेरे आई,
तूने तो बाबा मेरी किस्मत सँवारी,
दुनिया में तेरे जैसा दानी नहीं है,
जो भी माँगा तुमने दिया है,
जो भी माँगा बाबा तुमने दिया है।।
हार चुकी थी मैं तो इस संसार से,
आवाज़ आई एक धीमी सी कान में,
बोले मेरे मोहन हारना नहीं है,
हारे का सहारा बाबा श्याम यही है,
हारे का सहारा बाबा श्याम यही है।।
अगर तूने हिम्मत मुझे दी ना होती,
ना जाने कहाँ बाबा भटक रही होती,
एहसान तुमने बाबा पूनम पे किया है,
जो भी माँगा तुमने दिया है,
जो भी माँगा बाबा तुमने दिया है।।
सुनो श्याम सुन्दर तेरी कृपा है,
जो भी माँगा तुमने दिया है।।