श्याम धणी के द्वार जो भी आएगा
मुंह मांगी भक्तों मुरादे पाएगा।।
ये द्वार हैं जग से न्यारा
लगता है बड़ा ही प्यारा
आकर यहां पर भक्तों
जन्नत का कर लो नजारा
मन ये हर्षाएगा
तन का रोग विकार
सब मिट जाएगा
श्याम धनी के द्वार जो भी आएगा
मुंह मांगी भक्तों मुरादे पाएगा।।
श्री श्याम की करके भक्ति
कष्टों से मिलेगी मुक्ति
भर जाएगा घर अन्न धन से
खिल जाएगी बगिया मन की
भाग्य खुल जाएगा
सांवरा सरकार बिगड़ी बनाएगा
श्याम धनी के द्वार जो भी आएगा
मुंह मांगी भक्तों मुरादे पाएगा।।
कलयुग में श्याम के जैसा
दातार नहीं कोई दूजा
इसलिए जगत में इनकी
होती है घर घर पूजा
इन्हें जो ध्याएगा
खाटू वाला श्याम
दरश दिखलाएगा
श्याम धनी के द्वार जो भी आएगा
मुंह मांगी भक्तों मुरादे पाएगा।।
पावन यह खाटू नगरी
पावन है ये श्याम का डेरा
एक बार यहाँ का तू भी
राजेश लगाले फेरा
पाप कट जाएगा
बाबा तुझ पर प्रेम
सदा बरसाएगा
श्याम धनी के द्वार जो भी आएगा
मुंह मांगी भक्तों मुरादे पाएगा।।
श्याम धणी के द्वार जो भी आएगा
मुंह मांगी भक्तों मुरादे पाएगा।।