ल्यायो बागो आपको,
पहरो लखदातार,
सब भक्त मिल कर ल्याया,
सब भक्त मिल कर ल्याया,
और खूब करया श्रृंगार,
ल्यायो बागों आपको,
पहरो लखदातार।।
लाल गुलाबी केसरिया और,
जरी को गोटो लगायो है,
चुन चुन कर मैं तारा ल्याया,
मोर पंख भी लगायो है,
इमे मोती खूब सजाया,
इमे मोती खूब सजाया,
और हिरा की भरमार,
ल्यायो बागों आपको,
पहरो लखदातार।।
श्रद्धा भाव से खूब सजाया,
सच्चो माल लगाया है,
इक इक कण में रतन पिरोया,
आज श्याम ने सजायो है,
थे आकर पहरो बाबा,
थे आकर पहरो बाबा,
मेरे खाटू वाले श्याम,
ल्यायो बागों आपको,
पहरो लखदातार।।
आज श्याम थे बागो पहनो,
भक्ता मन हरषायो है,
दास गोपाल ने बागो बनायो,
आज श्याम ने रिझायो है,
थे लीले चढ़कर आओ,
थे लीले चढ़कर आओ,
ओ अहिलवती के लाल,
ल्यायो बागों आपको,
पहरो लखदातार।।
ल्यायो बागो आपको,
पहरो लखदातार,
सब भक्त मिल कर ल्याया,
सब भक्त मिल कर ल्याया,
और खूब करया श्रृंगार,
ल्यायो बागों आपको,
पहरो लखदातार।।