मोहे थाम ले कन्हैया आजा
मेरा बनके खिवैया आजा
बड़ा गहरा है भवर
कुछ आये ना नज़र
मोहे थाम ले कन्हैया आजा।।
बेसहारा समझ
ये जहाँ छल गया
छोड़ मुझको बता
तू कहाँ चल दिया
मोहे लगता है डर
थोड़ी कृपा तू कर
जरा गिरते हुए को उठा जा
बड़ा गहरा है भवर
कुछ आये ना नज़र
मोहे थाम ले कन्हैया आजा।।
आजमा ना मुझे
ओ मेरे सांवरे
आज रो रो हुए
नैन ये बावरे
मोहे ऐसे ना रुला
काहे रूठा है भला
रोती अंखियो को
आके हँसा जा
बड़ा गहरा है भवर
कुछ आये ना नज़र
मोहे थाम ले कन्हैया आजा।।
आंसुओ पे मेरे
ये जहाँ हँस रहा
ये जमी हँस रही
आसमा हँस रहा
बैरी हुआ है जहा
अब जाऊ मैं कहाँ
इस हर्ष को ये बतला जा
बड़ा गहरा है भवर
कुछ आये ना नज़र
मोहे थाम ले कन्हैया आजा।।
मोहे थाम ले कन्हैया आजा
मेरा बनके खिवैया आजा
बड़ा गहरा है भवर
कुछ आये ना नज़र
मोहे थाम ले कन्हैया आजा।।