ये दुनिया वाले क्या जाने,
मेरा आधार लखदातार,
नहीं मुझको कोई दरकार,
मेरां आधार लखदातार,
ये दुनिया वाले क्या जाने।।
नहीं आशा मुझे जग से,
नहीं कोई सिफारिश है,
तुम आ जाओ मेरे दिल में,
बस इतनी सी गुज़ारिश है,
बस इतनी सी गुज़ारिश है,
समझ जायेगी दुनिया भी,
मेरां आधार लखदातार,
ये दुनिया वाले क्या जाने।।
आभारी हूँ मैं उनका भी,
जिन्होंने मारी थी ठोकर,
मिला हूँ आज मैं खुद से,
जगत की भीड़ में खोकर,
जगत की भीड़ में खोकर,
कहूं अब तान कर सीना,
मेरां आधार लखदातार,
ये दुनिया वाले क्या जाने।।
नहीं चिंता ना कोई डर,
सांवरा साथ जब मेरे,
मुसीबत आ नहीं सकती,
है इनका हाथ सिर मेरे,
है इनका हाथ सिर मेरे,
गाये अब झूमकर आदि,
मेरां आधार लखदातार,
ये दुनिया वाले क्या जाने।।
ये दुनिया वाले क्या जाने,
मेरा आधार लखदातार,
नहीं मुझको कोई दरकार,
मेरां आधार लखदातार,
ये दुनिया वाले क्या जाने।।