बड़ा अद्भुत नजारा है,
बड़ा अद्भुत नजारा हैं,
राधा रानी के चरणों में,
बहे अमृत की धारा है।।
दरबार किशोरी का,
सारे जग से निराला है,
जहाँ आता है निसदिन,
वो बांसुरी वाला है,
उसके आगे कन्हैया भी,
लाचार बेचारा है,
राधा रानी के चरणों में,
बहे अमृत की धारा है।।
र से देगी रुतबा,
ध से धन ये देगी,
तू राधे राधे गा,
भंडारे भर देगी,
ये है करुणामई राधे,
वृषभानु ने पाला है,
राधा रानी के चरणों में,
बहे अमृत की धारा है।।
बड़ा अद्भुत नजारा है,
बड़ा अद्भुत नजारा हैं,
राधा रानी के चरणों में,
बहे अमृत की धारा है।।