हरियाणवी भजन बालाजी कद आवेगा तेरा भक्त जोत प बैठा हो
गायक – नरेन्द्र कौशिक।
बालाजी कद आवेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
ऊँ हनुमते बोलण लागया,
तेरे भवन में डोलण लागया,
तुं कदसी दर्श दिखावेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो,
बालाजी कद आवेंगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
राम नाम की चादर ले रहया,
बाबा ध्यान तेरे में दे रया,
मेरः कदसी मस्ती ठावेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो,
बालाजी कद आवेंगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
तेरे नाम की खटक लाग री,
मोह माया या कती भाग री,
और कितणा अजमावेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो,
बालाजी कद आवेंगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
सुमेर भक्त की लगन देख ले,
मन्नै भजन में मगन देख ले,
कितणे जाप करावेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो,
बालाजी कद आवेंगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
बालाजी कद आवेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
- मेरी काया के महां चस्का लागया तेरे नाम का
- सीधी निंगाह मेरे पे करदे इतणाऐ शयान भतेरा स हो बालाजी
- आहे मैं उठ सवेरे नहाई बाबा की जोत जगाई
- एक बे आणां होगा हो बाबा लाल लंगोटे आले
- तेरे बिना ना रोटी भावे सुण खाटू आले