राम भजन बरस रही है राम रस भक्ति लूटन वाले लूट रहे भजन लिरिक्स
बरस रही है राम रस भक्ति,
लूटन वाले लूट रहे,
पाते हैं जो प्रभु के बंदे,
छूटन वाले छूट रहे,
बरस रहीं है राम रस भक्ति,
लूटन वाले लूट रहे।।
कोई पीकर बना बावरा,
कोई बैठा ध्यान करें है,
कोई घर घर अलख जगाए,
कोई चारों धाम फिरेे है,
बरस रहीं है राम रस भक्ति,
लूटन वाले लूट रहे।।
कोई मन की प्यास बुझाए,
कोई अपने कष्ट मिटाए,
कोई परमारथ कार्य करें,
कोई बन बाबा घूम रहे,
बरस रहीं है राम रस भक्ति,
लूटन वाले लूट रहे।।
कोई पिए हिमालय बैठा,
कोई पिए देवालय बैठा,
‘अरुणसिंह’ कहे राम नाम गाले,
जीवन तेरा छूट रहा,
बरस रहीं है राम रस भक्ति,
लूटन वाले लूट रहे।।
बरस रही है राम रस भक्ति,
लूटन वाले लूट रहे,
पाते हैं जो प्रभु के बंदे,
छूटन वाले छूट रहे,
बरस रहीं है राम रस भक्ति,
लूटन वाले लूट रहे।।
- जल जाए जिव्हा पापनी राम के बिना भजन लिरिक्स
- श्री राम से कह देना एक बात अकेले में भजन लिरिक्स
- मेरे लखन दुलारे बोल कछु बोल भजन लिरिक्स
- लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हो रमापति भजन लिरिक्स