दुर्गा माँ भजन नजारा माँ के द्वार का देखूं मैं दरबार का भजन लिरिक्स
स्वर – राकेश जी काला।
तर्ज – मुकुट सिरमौर का।
नजारा माँ के द्वार का,
देखूं मैं दरबार का,
माँ आना आना आना,
अम्बे दर्शन दिखाना,
सहारा तेरे नाम का,
भगत तेरे द्वार का।।
तोड़ के आया बंधन,
झूठे संसार के,
मांगू मैं प्यार तेरा,
झोली पसार के,
माँ मुझे दीदार दो,
ममता दुलार दो,
माँ आना आना आना,
अम्बे दर्शन दिखाना,
सहारा तेरे नाम का,
भगत तेरे द्वार का।।
सिंह पे बैठी अम्बे,
दुर्गा भवानी माँ,
बजता है जग में डंका,
वैष्णो महारानी का,
महिमा तो महान है,
निराली तेरी शान है,
माँ आना आना आना,
अम्बे दर्शन दिखाना,
सहारा तेरे नाम का,
भगत तेरे द्वार का।।
सुबह शाम आठों याम,
तेरा ही गीत है,
जग है बेगाना मैया,
सांची तेरी प्रीत है,
दया का दे दो दान माँ,
करो कल्याण माँ,
माँ आना आना आना,
अम्बे दर्शन दिखाना,
सहारा तेरे नाम का,
भगत तेरे द्वार का।।
नजारा माँ के द्वार का,
देखूं मैं दरबार का,
माँ आना आना आना,
अम्बे दर्शन दिखाना,
सहारा तेरे नाम का,
भगत तेरे द्वार का।।
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