हरियाणवी भजन तू दे दर्शन एक बार शरण में तेरी आ गया
गायक – कृष्ण जुआं वाले & जागरण पार्टी
तू दे दर्शन एक बार,
शरण में तेरी आ गया,
हजरत पीर इलाही,
पक्के पुल पै पा गया।।
तुं पीर मेरे बलकारी सै,
तेरे हाजिर जिंदगी सारी सै,
सेवा में उम्र गुजारी सै,
मैं दिल समझा गया,
हजरत पीर इलाही,
पक्के पुल पै पा गया।।
तेरी सेवा में दिन-रात रहूं,
बस फख्त आपके साथ रहूं,
ना भूलूं औकात रहूं,
कई धोखे खा गया,
हजरत पीर इलाही,
पक्के पुल पै पा गया।।
तेरी लीली चादर लया दूंगा,
जो कहै प्रसाद चढ़ा दूंगा,
तेरे नूर में नूर मिला दूंगा,
मैं शीश झुका गया,
हजरत पीर इलाही,
पक्के पुल पै पा गया।।
कृष्ण जुएं आला गुण गाए जा,
नीलम भी टहल बजाए जा,
तेरा निशदिन ध्यान लगाए जा,
न्यु फायदा ठा गया,
हजरत पीर इलाही,
पक्के पुल पै पा गया।।
तू दे दर्शन एक बार,
शरण में तेरी आ गया,
हजरत पीर इलाही,
पक्के पुल पै पा गया।।
- बड़ी दीन दुखी हूँ अनाथ महा यह दासी पड़ी शरणे तेरे
- आज वृन्दावन रास रच्यो है मैं भी देखन जाउंगी लिरिक्स
- बिके माथा साटे ओ म्हारी माँ या चुनर सतगुरु की
- संगत कीजै निर्मल साध री मारी हैली भजन लिरिक्स