चौखट पे तेरी लिखा
हारे का सहारा श्याम हमारा
हार के मैं भी आया
दे दो अब सहारा।।
तेरे भक्तों ने बाबा
हमें तेरी राह दिखाई है
वो कहते है बाबा
सदा हारे का सहाई है
हार के ज़माने से
मैंने भी पुकारा
मैंने भी पुकारा
हार के मैं भी आया
दे दो अब सहारा।।
तेरी चर्चा खूब सुनी
तेरे दरबार में आया हूँ
तू सबकी सुनता है
मैं भी एक अर्जी लाया हूँ
आँखों से बहती मेरे
आंसुओ की धारा
आंसुओ की धारा
हार के मैं भी आया
दे दो अब सहारा।।
मुझ दीन हीन पर नाथ
अगर करुणा दिखलाओगे
मेरी भूलें बिसराकर
अगर चरणों में बिठाओगे
उम्र भर रहूँगा बनके
दास में तुम्हारा
दास में तुम्हारा
हार के मैं भी आया
दे दो अब सहारा।।
एक भरोसा है श्याम
एक आस तुम्हारी है
अब तेरे ही हाथों
प्रभुजी लाज हमारी है
भटके ना रोमी अब
कहीं मारा मारा
कहीं मारा मारा
हार के मैं भी आया
दे दो अब सहारा।।
चौखट पे तेरी लिखा
हारे का सहारा श्याम हमारा
हार के मैं भी आया
दे दो अब सहारा।।