कलयुग में शनिदेव की,
महिमा महान है,
बदले समय की चाल जो,
बदले समय की चाल जो,
ऐसा तूफान है,
कलियुग में शनिदेव की,
महिमा महान है।।
दृष्टि दया की हो अगर,
उसको बना दिया,
दुनिया में उसके नाम का,
सिक्का चला दिया,
ये न्याय के है देवता,
किरपा निधान है,
कलियुग में शनिदेव की,
महिमा महान है।।
घनघोर आँधियों में भी,
कोई फिकर नहीं,
जब साथ हो रवि तनय,
कोई भी डर नहीं,
ये है दया की मूर्ति,
करुणा की खान है,
कलियुग में शनिदेव की,
महिमा महान है।।
दुःख दर्द जो आए कभी,
इनको पुकार लो,
शनिदेव को मना के तुम,
जीवन संवार लो,
‘नरसी’ ये जिंदगी बने,
जन्नत समान है,
,
कलियुग में शनिदेव की,
महिमा महान है।।
कलयुग में शनिदेव की,
महिमा महान है,
बदले समय की चाल जो,
बदले समय की चाल जो,
ऐसा तूफान है,
कलियुग में शनिदेव की,
महिमा महान है।।