गुरुदेव भजन ऐसा क्या काम किया मैंने तेरा भजन लिरिक्स
स्वर – श्री चित्र विचित्र महाराज जी।
ऐसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया,
मेरी ज़िन्दगी ही बदल दी तूने,
मेरी ज़िन्दगी ही बदल दी तूने,
क्या जरा सा मैंने तेरा नाम लिया,
ऐंसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया।।
इस ज़माने में मैं अकेला था,
तेरी माया के रंग में खेला था,
तेरी माया ना सताएगी उसे,
तेरी माया ना सताएगी उसे,
जिसे अपना तूने मान लिया,
ऐंसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया।।
दीन दुखियों का तू सहारा है,
डूबती नाव का किनारा है,
तेरी एक नज़र जिसपे पड़ जाए,
तेरी एक नज़र जिसपे पड़ जाए,
फिर कभी भी उसे रोने ना दिया,
ऐंसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया।।
इतना कौन करता है किसी के लिए,
जितना तूने कर दिया है मेरे लिए,
मेरी हर ख़ुशी का इंतजाम किया,
मेरी हर ख़ुशी का इंतजाम किया,
क्या जरा सा मैंने तेरा नाम लिया,
ऐंसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया।।
ऐसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया,
मेरी ज़िन्दगी ही बदल दी तूने,
मेरी ज़िन्दगी ही बदल दी तूने,
क्या जरा सा मैंने तेरा नाम लिया,
ऐंसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया।।
- कई मर्तबा हम मर चुके है ओ मन
- सोऐ को सँत जगाऐ फिर नीँद न उसको आऐ
- भजले नाम गुरू का रे मनवा बीत रही है स्वाँसा
- कर भले ही तू जगत में प्राणी सब करम छूटे ना भजन
- हरि नाम सुमरले बन्दे जीवन को सफल बनाले