हनुमान भजन अमृत की बरसे बदरीया बाबा की दुअरिया भजन लिरिक्स
स्वर – रामकुमार जी लख्खा।
तर्ज – अमृत की बरसे बदरीया।
अमृत की बरसे बदरीया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया।।
दादुर मोर पपीहा बोले,
दादुर मोर पपीहा बोले,
कूके काली कोयलिया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया।।
भगत बाबा की आरती की उतारे,
भगत बाबा की आरती की उतारे,
भीड़ है तेरी नगरिया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया।।
चन्दन तिलक चाँद सा चमके,
चन्दन तिलक चाँद सा चमके,
राम जी देखे नजरिया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया।।
ब्रह्मा विष्णु शंकर नाचे,
ब्रह्मा विष्णु शंकर नाचे,
मोहन बजाए बंसुरिया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया।।
अमृत की बरसे बदरीया,
बाबा की दुअरिया,
अमृत की बरसें बदरीया,
बाबा की दुअरिया।।
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